अनिवार्य मतदान की बाध्यता उचित नहीं : विपक्ष
01-Apr-2022 08:25 PM 2823
नयी दिल्ली, 01 अप्रैल (AGENCY) विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि देश में अनिवार्य मतदान की बाध्यता उचित नहीं होगी जबकि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)के सदस्यों इसे अनिवार्य बताते हुए कहा कि इससे लोकतंत्र मजबूत होगा। भाजपा के जर्नादन सिंह सिग्रीवाल द्वारा लाए गए गैर सरकारी विधेयक ‘अनिवार्य मतदान विधेयक, 2019’ पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस के डीन कुरियाकोस ने कहा,“ हमें एक व्यवस्था बनानी होगी जिससे लोगों को मतदान के लिए आकर्षित किया जा सके और आम लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बढ़े। चुनावी तंत्र में धनबल और बाहुबल को खत्म करने की जरूरत है।एनआरआई लोगों को मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए क्योंकि उनका देश में महत्वपूर्ण योगदान है।हमें मतदान के लिए मत पत्रों की तरफ वापस लौटने के लिए चर्चा करनी होगी ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास बहाल रहे। दुनिया के विकसित देशों में भी बैलेट से चुनाव कराए जाते हैं।” भाजपा के जमयांग नामग्याल ने कहा कि मतदान को अनिवार्य बनाना बहुत जरूरी है। इसे एक मौलिक कर्तव्य हो जाना चाहिए। अनिवार्य मतदान से सैनिकों और अर्धसैनिक बलों को अलग रखना चाहिए। उन्होंने कहा वह हैरान हैं कि आज भी बहुत सारे लोगों के दिमाग में भर दिया गया है कि राजनीति एक गंदा खेल है। यह अच्छा विचार नहीं है। राजनीतिक कभी गंदी नहीं हो सकती। युवा पीढ़ी का राजनीति या मतदान से दूर रहना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं रहेगा। मतदाता पहचान पत्र को आधार के साथ जोड़ना चाहिए। आईयूएमएल के ई टी मोहम्मद बशीर ने कहा,“ इस देश में भौगोलिक एवं अन्य सीमाओं की वजह से अनिवार्य मतदान नहीं किया जाना चाहिए। देश में प्रवासी भारतीयों का मतदान सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में इसे लागू नहीं किया जा रहा और इसके पीछे कोई एजेंडा नजर आता है। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए और प्रचारतंत्र को नियंत्रित करने के लिए भी कानून बनाने की ज़रूरत है।” भाजपा के रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह सरकार आने के बाद पहले दिन से ‘एक देश, एक चुनाव’ के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि अगर मतदान अनिवार्य होगा तो दुनिया के अंदर भारत की स्थिति और सुधरेगी। दुनिया में केवल 33 देशों में अनिवार्य मतदान है। उन्होंने कहा कि कई लोग ‘गुंडा तत्वों’ के डर से मतदान नहीं करने जाते।अनिवार्य मतदान से ऐसे तत्वों से मुक्ति मिलेगी और देश में अच्छा नेतृत्व उभरकर आएगा। मतदान अनिवार्य किया जाए और आधार के साथ उसे जोड़ दिया जाए। कांग्रेस के अब्दुल खलीक ने व्यक्तिगत स्तर पर विधेयक का विरोध किया और कहा कि इससे कोई ख़ास फ़ायदा नहीं होने वाला है। लोकतंत्र में ‘चुनने या नहीं चुनने का अधिकार’ है और अनिवार्य मतदान में लोगों को किसी को चुनना ही होगा यह सही नहीं है।...////...
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