15-Dec-2021 01:59 PM
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देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का जिस दिन अंतिम संस्कार हो रहा था, उस दिन उनके ससुराल शहडोल में बुलडोजर चल रहा था। यह खुलासा मधुलिका के भाई यशवर्धन ने किया है। उन्होंने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को इसे लेकर ट्वीट भी किया है। इसके बाद हड़कंप मच गया है। गृहमंत्री ने मामले को दिखवाने को कहा है। बता दें कि उस समय पूरा परिवार दिल्ली में अंतिम संस्कार में शामिल हाेने गया था। सेना ने परिवार के दिल्ली पहुंचने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था की थी। इस मामले में कलेक्टर वंदना वैद्य का कहना है कि यशवर्धन सिंह की 0.838 हेक्टेयर जमीन के लिए 2 करोड़ 14 लाख 70 हजार 88 रुपए का मुआवजा दिया गया था।
यह लिखा यशवर्धन ने...
यशवर्धन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- जिस दिन जीजाजी और जिज्जी मधुलिका रावत का अग्नि संस्कार किया जा रहा था, उसी वक्त मौके का फायदा उठाते हुए भारत सरकार के आदेशानुसार शहडोल मप्र स्थित हमारे निज निवास के परिसर से बिना भूमि अधिग्रहण किए अवैध रूप से समाधियों को नष्ट कर व पेड़ों को काटकर नेशनल हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही हमारे किसी हस्तक्षेप पर स्थानीय पुलिस को भी हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है। न्याय की दरकार...
केके मिश्रा ने उठाए कार्रवाई पर सवाल
प्रशासन की इस कार्रवाई पर मप्र कांग्रेस के नेता केके मिश्रा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा- लानत है प्रचार के उन भूखे भेड़ियों पर, जिस दिन CDS बिपिन रावत जी की मौत हुई, उसी दिन उनके साले की निजी भूमि पर शहडोल (मप्र) में बिना किसी नोटिस बुलडोजर चला दिया। क्या कोई चाटुकार राष्ट्रभक्त, सेनानायक के इस घोर अपमान पर कुछ कहेगा या मैं ही गद्दार हूं?
गृहमंत्री बोले - मैं खुद मामले को देखूंगा
यशोवर्धन जी की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट मेरे संज्ञान में आई है। मैंने इस विषय में एसपी शहडोल से बातचीत कर निर्देश दिए हैं कि पूरा मामला मेरी जानकारी में लाए बिना पुलिस किसी भी तरह का कोई कदम उनके या उनके परिवार के खिलाफ नहीं उठाए। अगर पुलिस द्वारा किसी भी तरह का पूर्वाग्रह इस मामले में बरता गया है और किसी भी तरह की अवैधानिक कार्यवाही को प्रश्रय दिया है तो मैं खुद पूरे मामले को देखूंगा और जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बुधवार को हुआ था हादसा
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर करीब 12:20 पर सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। हादसे के करीब साढ़े 5 घंटे बाद CDS रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत होने की खबर आई थी।
कलेक्टर ने कहा मुआवजा दिया गया है
कलेक्टर वंदना वैद्य का कहना है कि यशवर्धन सिंह की साल 2015 में एनएच के लिए बुढार में जमीन ली गई थी। साल 2016 में 0.838 हेक्टेयर जमीन के लिए 2 करोड़ 14 लाख 70 हजार 88 रुपए का मुआवजा दिया गया था। हाईवे के बाजू में उनकी एक स्लीप रोड है। उसका .056 हेक्टेयर के लिए 3A के अंदर भूअर्जन की कार्रवाई के लिए नोटीफिकेशन जारी हो चुका है। मैंने स्वयं यश से इस बारे में बात की है। उन्होंने मौका भी दिखाया है। मैंने आरआई और तहसीलदार ने भी जगह देखी है। वो समाधि बीच में से विस्थापित हो चुकी है। उसके उपर से अब रोड बन रही है। रोड काफी आगे तक बन चुकी है। वहां कुछ पेड़ों की दिक्कत बता रहे हैं। जिसका उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। इसे उन्होंने वकील के माध्यम से एसडीएम कोर्ट में रिप्रेजेंट भी कर दिया है। अब एसडीएम मामले में नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। अभी हमने उस तरफ की रोड का काम रोक दिया है। मैंने एसडीएम से बोला है कि वो जब दिल्ली से वापस आएंगे, तब उनके साथ निराकरण करेंगे।
cds rawat..///..rawat-was-being-cremated-in-delhi-the-bulldozer-was-going-on-in-shahdol-the-home-minister-said-i-will-see-the-matter-myself-334200