सेल फोन टावरपोस्ट के विकिरण से स्वास्थ्य पर असर का सबूत नहीं: सरकार
06-Apr-2022 11:32 PM 3936
नयी दिल्ली, 06 अप्रैल (AGENCY) सरकार ने संसद में बुधवार को बताया कि मोबाइल टावरों की स्थापना के मामले में विकिरण जैसे मुद्दों पर दूरसंचार विभाग विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियों की रिपोर्ट और सिफारिशों पर काम करता है। उन्होंने कहा कि अबतक कराए गए विभिन्न अध्ययनों में मोबाइल टावर के विकिरण से स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव के कोई संकेत नहीं प्राप्त हुए हैं। संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारत में ईएमएफ उत्सर्जन मानदंड आईसीएनआईआरपी द्वारा निर्धारित मानदंड की तुलना में 10 गुना अधिक कठोर हैं। इससे विभिन्न इलाकों के लिए अलग मानदंड रखने की आवश्यकता नहीं रह जाती है। उन्होंने कहा, ‘दूरसंचार विभाग (डीओटी) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) , गैर-आयनीकरणकारी विकिरण संरक्षण पर अंतरराष्ट्रीय आयोग (आईसीएनआईआरपी), इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड (ईएमएफ), अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति (आईएसी) जैसे प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों / संगठनों तथा दूरसंचार संघ (आईटीयू) और आईटीयू के तहत वैश्विक घटनाक्रमों की निगरानी के लिए गठित विभिन्न अध्ययन समूहों द्वारा अनुशंसित मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करता है। दूरसंचार विभाग ने मोबाइल टावरों की स्थापना के लिए मंजूरी जारी करने के लिए राज्य सरकारों को दिनांक 01 अगस्त 2013 के परामर्शमूलक दिशानिर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकारों के लिए ये दिशानिर्देश आवासीय क्षेत्रों सहित सभी क्षेत्रों पर लागू होते हैं और इनमें घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मोबाइल टावरों की स्थापना पर कोई प्रतिबंध नहीं है। मंत्री ने बताया कि बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (बीटीएस) और मोबाइल फोन से इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड (ईएमएफ) उत्सर्जन के प्रभाव की जांच करने के लिए 2010 में एक अंतर-मंत्रालयी समिति (आईएमसी) की स्थापना की गई थी जिसने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय रिपोर्टों का अध्ययन करने के बाद यह संकेत दिया था कि अधिकांश प्रयोगशाला अध्ययनों में रेडियो आवृत्ति विकिरण से स्वास्थ्य पर असर के बारे में कोई सीधा संपर्क सिद्ध नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा खड़गपुर, कानपुर, दिल्ली, रुड़की, बॉम्बे के आईआईटी संस्थानों और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (दिल्ली) सहित देश के अन्य वैज्ञानिक संस्थानों के सदस्यों को शामिल कर गठित समिति ने 2014 में प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में, अन्य बातों के साथ-साथ, नोट किया है -... उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्यों, अध्ययनों और रिपोर्टों के आधार पर, यह पाया गया है कि मोबाइल बीटीएस टावर से ईएमएफ विकिरण के खतरे.. बारे में कोई निर्णायक सबूत नहीं है।...////...
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